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ΦΙΝΑΛΙΣΤ 2021 - ΨΗΦΙΣΤΕ και ΚΕΡΔΙΣΤΕ
blind brush από Suchita Kumar
When I held my brush with the left hand, I don\'t write with and closed my eyes. I could still draw the flowers and I felt I am still a child within like us all and have a lot to learn while smiling at my drawing.
A concept everyone can try to visit your forgotten child within you.
A concept everyone can try to visit your forgotten child within you.
जब मैने अपने बाएँ हाथ मे ब्रश को पकड़ा, हालाँकि मैं दाएँ हाथ से लिखती हूँ और अपनी आंखें बंद की. मैने तभी भी ये जाना की मैं अभी भी फूलों का चित्र बना सकती हूँ और ये जाना की मैं अभी भी एक बच्ची हूँ जिसे अभी बहुत कुछ सीखना बाकी है.
ये एक विषय है सब के लिए जहाँ हम सब इस तरह से अपने भूले हुए बचपन से दुबारा मुलाकात कर सकते हैं.
ये एक विषय है सब के लिए जहाँ हम सब इस तरह से अपने भूले हुए बचपन से दुबारा मुलाकात कर सकते हैं.
Σχετικά Suchita Kumar
Really glad about introducing myself as an Explorer in field of Designing !! You can call me Suchita! I have done my graduation diploma in Textile Design from the National Institute Of Design, Ahmedabad, India. I don\\\'t believe in working with limitations, I think beyond the so called \\\\\\\\\\\\\\\"Boundaries\\\\\\\\\\\\\\\" and that is what tends to strengthen my beliefs and inspires me to think anew in varied directions. I love to play with unconventional ideas, even though it is hard to explain them at the first go, but , I truly believe that new things have no explanation in the first trial; they are just expressions of someone\\\\\\\\\\\\\\\'s ideas or creativity. I always look forward to extract something new out of what we have or what we do not have. I have no restrictions towards any particular way or thinking pattern when it comes to design, I just love exploring.My journey has just begin and will always remain focused towards one direction - To learn new possibilities in as many fields of designing as possible and not only textiles.
डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में एक एक्सप्लोरर के रुप में अपने आप को परिचित करने में मुझे वास्तव में बहुत खुशी है. मेरा नाम सूचिता कुमार है. मैने नॅशनल इन्स्टिट्यूट ऑफ डिज़ाइन, अहमदाबाद,भारत से टेक्सटाइल डिज़ाइनिंग मे ग्रॅजुयेशन किया है. मैं सीमाओं के परे सोचने में विश्वास रखती हूँ और यही सोंच मुझे हमेशा नये दिशाओं में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहता है. मुझे स्वच्छन्द विचारों के साथ काम करना पसंद है हालाँकि पहली बार में अपनें विचारों को समझाना तोड़ा मुश्किल होता है पर ये मेरा पूरा विश्वास है की नयी खूबसूरत ख़यालों का पहली बार में कोई विवरण नही होता; वो किसी की भावना, कला और एक खूबसूरत विचार होता है.
मैं हमेशा नयी संभावनाओं की खोज मे तत्पर रहती हूँ; उन चीज़ों मे से जो हमारे पास है और जो हमारे पास नई है. मेरी यात्रा अभी बस शुरू हुई है और मेरी दिशा हमेशा डिज़ाइन के अलग-अलग क्षेत्रों में नयी-नयी संभावनाओ को जानने और सीखने की ओर होगी.
मैं हमेशा नयी संभावनाओं की खोज मे तत्पर रहती हूँ; उन चीज़ों मे से जो हमारे पास है और जो हमारे पास नई है. मेरी यात्रा अभी बस शुरू हुई है और मेरी दिशा हमेशा डिज़ाइन के अलग-अलग क्षेत्रों में नयी-नयी संभावनाओ को जानने और सीखने की ओर होगी.